शिव स्तुति भगवान शिव की महिमा का वर्णन और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। यह स्तुति न केवल भक्तों को मानसिक और आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि जीवन के विभिन्न कठिनाइयों और संकटों से भी मुक्ति दिलाती है। शिव स्तुति के संदर्भ में कुछ विशेष बातें निम्नलिखित हैं:
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शिव स्तुति के लाभ:
- असाध्य रोगों से मुक्ति: शिव स्तुति का जाप करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में लाभ होता है। यह शारीरिक और मानसिक शांति प्रदान करता है।
- मनोकामनाओं की पूर्ति: भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है, जो अपने भक्तों की प्रार्थना से प्रसन्न होकर उनकी इच्छाओं को पूरा करते हैं।
- कृपा और आशीर्वाद: नियमित रूप से शिव स्तुति का जाप करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- अकाल मृत्यु से सुरक्षा: शिव की स्तुति करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और जीवन में दीर्घायु प्राप्त होती है।
- सुख-समृद्धि: शिव स्तुति का जाप करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
- कठिनाईयों से मुक्ति: भगवान शिव के भक्तों को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से छुटकारा मिलता है और उनके मार्ग में आने वाले अवरोध समाप्त हो जाते हैं।
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सोमवार का महत्व:
भगवान शिव की पूजा के लिए सोमवार को विशेष माना गया है। इस दिन शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, और दूध चढ़ाकर शिव स्तुति का जाप करना विशेष फलदायी होता है।
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शिव स्तुति:
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
निर्विकार ओमकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता,
शिवम सत्यम सुंदरा ॥
निरंकार स्वरूप कालेश्वर,
महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा ॥
शूल पानी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय,
विश्वनाथ विशम्भरा ॥
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा ॥
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा ॥
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा ॥
आशुतोष शशाँक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ॥
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
सरस्वती मां की आरती, ॐ जय सरस्वती माता
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