
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की राजधानी जगदलपुर में स्थित यह राजमहल शाही विरासत, आदिवासी संस्कृति तथा इतिहास का रंगीन संगम है। आदिवासी भूमि में एक राजसी भवन के रूप में यह महल सिर्फ एक इमारत नहीं बल्कि क्षेत्र की शान, संघर्ष और सामाजिक-सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। इस ब्लॉग में हम आपको इस राजमहल की कहानी, विशेषताएँ, देखने योग्य अंश और यात्रा गाइड को रोमांचक ढंग से बताएँगे।
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इतिहास (History)

यह महल पूर्व की बस्तर रियासत के राजाओं का निवास-स्थान रहा है। बस्तर रियासत का इतिहास 13वीं-14वीं शताब्दी से शुरू होता है।
महल का निर्माण लगभग 1890 के पहले हुआ था, जब महाराजा भैरमदेव (1852-1891) के शासनकाल में इसे बनवाया गया था।
महल में लगभग 50 से अधिक कमरे, दरबार हॉल तथा तीन सभागार हैं। इसका निर्माण ओड़िशा के कुशल कारीगरों द्वारा किया गया था।
प्रवीरचन्द्र भंजदेव, बस्तर रियासत के अंतिम शासक-राजा थे, जिनका जीवन और संघर्ष इस महल से गहराई से जुड़ा हुआ है।
आज भी यह महल बस्तर राजपरिवार की शाही धरोहर के रूप में सुरक्षित है।
यह भवन केवल एक स्थापत्य नहीं, बल्कि बस्तर के गौरवशाली इतिहास का जीवंत दस्तावेज है।
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विशेषताएँ (Special Features)
- शाही वास्तुकला और स्थानीय मिट्टी की अनूठी झलक इस महल की पहचान है।
- महल की दीवारों पर पुराने शिलालेख और शस्त्रों के अवशेष इतिहास को जीवंत करते हैं।
- दरबार हॉल, सभागार, फोटो-गैलरी और राजपरिवार की पुरानी तस्वीरें यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं।
- महल के चारों ओर हरियाली और पारंपरिक बगीचे इसे और भी मनमोहक बनाते हैं।
देखने योग्य चीज़ें (Attractions)

- महल का भव्य प्रवेश द्वार – राजसी वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण।
- दरबार हॉल और सभागार – जहाँ पुराने समय में राजकीय सभाएँ होती थीं।
- शाही परिवार की पुरानी तस्वीरें और आयुध – इतिहास के साक्षी।
- महल परिसर के उद्यान और प्रांगण – विश्राम और फोटोग्राफी के लिए आदर्श स्थान।
- निकट स्थित दंतेश्वरी मंदिर – बस्तर की आस्था का केंद्र।
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समय और प्रवेश शुल्क (Timings & Entry Fee)
महल सुबह लगभग 10 बजे से खुलता है और शाम तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
प्रवेश शुल्क लगभग ₹5 के आसपास बताया जाता है, पर यात्रा से पहले स्थानीय सूचना अवश्य प्राप्त करें।
वहाँ तक पहुँचने का तरीका (How to Reach)
- हवाई मार्ग (By Air): निकटतम हवाई अड्डा रायपुर में है, जहाँ से जगदलपुर तक सड़क मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं।
- रेल मार्ग (By Train): जगदलपुर रेलवे स्टेशन राज्य के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग (By Road): राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (NH-30) द्वारा रायपुर से जगदलपुर की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है।
- पता (Address): राजमहल, दंतेश्वरी मंदिर रोड, जगदलपुर, जिला बस्तर, छत्तीसगढ़ – 494001
यात्रा का सही समय (Best Time to Visit)
अक्टूबर से मार्च के बीच यहाँ घूमना सबसे अच्छा रहता है क्योंकि मौसम ठंडा और सुखद होता है।
अगर आप झरनों और हरियाली का आनंद लेना चाहते हैं, तो मानसून (जुलाई-सितंबर) में भी यहाँ आ सकते हैं, लेकिन उस समय सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।
आसपास के दर्शनीय स्थल (Nearby Attractions)
- चित्रकोट जलप्रपात (Chitrakoot Waterfall) – बस्तर का प्रसिद्ध झरना, जिसे भारत का ‘नियाग्रा फॉल्स’ कहा जाता है।
- कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Kanger Valley National Park) – प्राकृतिक गुफाओं और झरनों के लिए प्रसिद्ध।
- दंतेश्वरी मंदिर (Danteshwari Temple) – ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थान।
- बस्तर हस्तशिल्प बाजार (Bastar Handicraft Market) – स्थानीय आदिवासी कला और धातु शिल्प की झलक।
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ध्यान देने योग्य बातें (Travel Tips)
- महल के कुछ हिस्सों में प्रवेश प्रतिबंधित हो सकता है, इसलिए गाइड या कर्मचारियों से पूछ लें।
- स्थानीय आदिवासी संस्कृति का सम्मान करें और उनकी परंपराओं को समझने का प्रयास करें।
- बरसात के मौसम में यात्रा करते समय सड़क की स्थिति की जानकारी पहले से ले लें।
- फोटोग्राफी करने से पहले अनुमति अवश्य लें।
- होटल और यात्रा व्यवस्था अग्रिम रूप से बुक करना उचित रहेगा।
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निष्कर्ष (Conclusion)
यदि आप इतिहास, संस्कृति और वास्तुकला के संगम को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो राजमहल, जगदलपुर आपकी अगली यात्रा का आदर्श गंतव्य हो सकता है।
यह महल बस्तर की शान है, जहाँ हर दीवार में शौर्य, संस्कृति और परंपरा की गूंज सुनाई देती है। यहाँ की हर ईंट आपको बस्तर के गौरवपूर्ण अतीत से जोड़ देगी।
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