ये एक रोगो का नाश या रोगो को ठीक करने वाला मंत्र है। इस मंत्र का जाप अगर आप करते हैं तो रोगो के नुकसान से राहत मिलती है और रोग ठीक भी हो जाता है।
अच्युतानंद गोविंद नामोच्चारण भेषजात।
नश्यन्ति सकलारोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।
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ये एक रोगो का नाश या रोगो को ठीक करने वाला मंत्र है। इस मंत्र का जाप अगर आप करते हैं तो रोगो के नुकसान से राहत मिलती है और रोग ठीक भी हो जाता है।
अच्युतानंद गोविंद नामोच्चारण भेषजात।
नश्यन्ति सकलारोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।
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सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। सर्वे भवन्तु सुखिनः मन्त्र का अर्थ। हे भगवन: संसार के सभी प्राणी सुखी रहे, सब रोगों से मुक्त हो, सभी प्राणियों का जीवन मंगलमय हो और उन्हें कोई भी दुःख न हो. हे भगवन ये आशीर्वाद हमें दें.
यह एक प्राथना मंत्र है जिसमे हम भगवन से विनती करते हैं की वो हमें अंधकार और बुराई से बचाए और शांति प्रदान करे. इस मंत्र को पवमान मंत्र भी कहते है. ॐ असतो मा सद्गमय।तमसो मा ज्योतिर्गमय।मृत्योर्मामृतं गमय ॥ॐ शान्ति शान्ति शान्तिः ॥– बृहदारण्यकोपनिषद् 1.3.28 ॐ असतो मा सद्गमय (पवमान) मंत्र का हिंदी अर्थ. Read More
समुद्र-वसने देवि, पर्वत-स्तन-मंडिते । विष्णु-पत्नि नमस्तुभ्यं, पाद-स्पर्शं क्षमस्व मे ॥ धरती मंत्र का अर्थ समुद्र रुपी वस्त्र धारण करने वाली पर्वत रुपी स्तनों से मंडित भगवान विष्णु की पत्नी हे माता पृथ्वी! धरती मंत्र को कब जप्प करें. धरती मंत्र को प्रातः काल उठने पर किया जाता है इस मंत्र द्वारा हम धरती माता से Read More
यह मंत्र भगवान से की गयी एक प्राथना है जिसमे हम जगत के पालन हार से बुराई और दुखों से मुक्ति पाने के लिए प्राथना करते हैं. मंत्र: ॐ असतो मा सद्गमय ।तमसो मा ज्योतिर्गमय ।मृत्योर्मा अमृतं गमय ।ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ ॐ असतो मा सद्गमय मंत्र का अर्थ हे प्रभु मुझे असत्य से Read More
शांति मंत्र एक शांति प्रार्थना मंत्र जिसमें हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह सारे संसार में सुख और शांति बनाए रखे और इसके साथ ही है समस्त प्रकृति जैसे पेड़, आकाश, हवा, जल, धरती से भी शांति की प्रार्थना करते हैं। शांति मंत्र: ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षॅं शान्ति:,पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।वनस्पतय: शान्तिर्विश्र्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म Read More
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् ।सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि ।। महामृत्युंजय मंत्र पढ़ने के लिए क्लिक करें. मंत्र का अर्थ कर्पूर जैसे गौर वर्ण वाले, करुणा के अवतार, संसार के सार, सर्प का हार धारण करने वाले, वे भगवान शिव शंकर माता भवानी के साथ मेरे हृदय में सदा निवास करें। विष्णु सहस्रनामम स्तोत्रम Read More
भगवन जग्गंथ बहुत ही दयालु है और वह हमेशा भक्तों पर अपनी कृप बनाये रखते हैं. भगवन जगन्नाथ की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए इस मंत्र का जाप करें. नीलांचल निवासाय नित्याय परमात्मने।बलभद्र सुभद्राभ्याम् जगन्नाथाय ते नमः।। जगन्नाथ मंत्र के फायदे : इस मंत्र के नियमित पाठ करने से भक्तों को भगवान जगन्नाथ की Read More
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाचीनूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाचीसर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राचीकंठी झलके माल मुकताफळांची जय देव जय देव, जय मंगल मूर्तिदर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्तिजय देव जय देव रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमराचंदनाची उटी कुमकुम केशराहीरे जडित मुकुट शोभतो बरारुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया जय देव जय देव, जय मंगल मूर्तिदर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्तिजय देव जय देव लम्बोदर Read More
“वक्रतुण्ड महाकाय मंत्र” संस्कृत मंत्र है, जिसे भगवान गणेश की स्तुति और आराधना के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मंत्र गणपति भक्ति में व्यापक रूप से प्रयोग होने वाला एक प्रसिद्ध मंत्र है और उनके शक्ति और आशीर्वाद को प्राप्त करने का उच्चारण किया जाता है। वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ: ।निर्विघ्नं कुरु मे देव Read More