यह आरती गॉडेस दुर्गा को समर्पित है और इसे दुर्गा पूजा में गया जाता है खाशकर इस आरती को नवरातिर में गया जाता है. यह आरती गॉडेस दुर्गा को समर्पित है और इसे दुर्गा पूजा में गया जाता है खाशकर इस आरती को नवरातिर में गया जाता है.
अंबे जी की आरती (Ambe Ji Ki Aarti):
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।
तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।