
मध्यप्रदेश के आगर-मालवा ज़िले के सुसनेर-क़रीब स्थित कालवा बालाजी मंदिर एक लोक-प्रसिद्ध हनुमान/बालाजी धाम है। यहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और मंदिर की मान्यता व चमत्कारों के किस्से स्थानीय रूप से बहुत प्रचलित हैं — खासकर मन्नत पूरी होने की कथाएँ।
इतिहास (History)
स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर पुराना है और समय-समय पर बढ़ता-सुदृढ़ होता रहा। मंदिर के साथ जुड़ी कई लोककथाएँ हैं — श्रद्धालुओं का कहना है कि यहाँ की आराधना से मनोकामनाएँ पूरी होती हैं; इसलिए पड़ोस के गाँवों में यह स्थल काफी लोकप्रिय हुआ है।
पंचदेहरिया महादेव मंदिर, आगर मालवा
वास्तुकला और परिसर (Architecture and campus)

मंदिर परिसर में पारंपरिक शैली की छोटी-बड़ी संरचनाएँ और गर्भगृह हैं; हाल के वर्षों में परिसर में विकास और नए शिल्प/प्रवेश द्वार बने हैं। परिसर की चहार-दीवारी तथा बलि/प्रसाद व्यवस्थाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
मंदिर की विशेषताएँ (खास बातें) (Features of the temple)
- यहाँ विशेष रूप से बालाजी/हनुमान की आराधना की जाती है और भक्तजन श्रद्धापूर्वक मन्नत लेकर आते हैं।
- मंदिर परिसर में नए रूप-रँग दीर्घाओं/रथ-प्रेरित संरचनाओं का निर्माण भी हुआ है, जो इसे और आकर्षक बनाता है।
माँ तुलजा भवानी मंदिर, आगर-मालवा (Maa Tulja Bhavani Mandir, Agar-Malwa)
मंदिर के अंदर देवी/देवता (कौन-कौन आराध्य हैं) (Gods/Goddesses inside the temple (who are worshipped))

मुख्य आराध्य: बालाजी / हनुमान (बालाजी सरकार)।
साथ ही परिसर में अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएँ और राम-दरबार की भी स्थापना देखने को मिलती है।
आरती, भजन और पूजा-प्रणाली (Aarti, Bhajan and Puja system)
मंदिर में सुबह-शाम की पारंपरिक आरती होती है; विशेष अवसरों पर भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण बड़े पैमाने पर होता है। भक्तों के लिए दैनिक दर्शन और सामूहिक आरतियाँ आकर्षण का केंद्र हैं।
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मंदिर में होने वाले कार्यक्रम और त्योहार (Events and festivals held at the temple)
हनुमान जयंती, राम-नवमी, और स्थानीय मेले/विशेष दर्शनीय कार्यक्रमों के दौरान यहाँ भारी भीड़ रहती है। विशेष उत्सवों पर मंदिर प्रबंधन बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करता है।
मंदिर के खुलने-बंद होने के समय (Opening and closing times of the temple)
आम तौर पर मंदिर सुबह से दोपहर तक और शाम से रात्रि तक दर्शन के लिए खुला रहता है। हालांकि समय में परिवर्तन संभव है, इसलिए यात्रा से पहले स्थानीय रूप से जानकारी ज़रूर लें।
मंशापूर्ण गणपति छिपिया गोशारी (आगर)
पास के देखने-लायक स्थान (Nearby places to visit)
आगर-मालवा के आसपास बैजनाथ मंदिर, वैजनाथ महादेव, अन्य ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल और प्राकृतिक परिवेश देखने योग्य हैं। आसपास के गाँवों के छोटे-छोटे मंदिर भी आकर्षक हैं।
मंदिर तक कैसे पहुँचें (रास्ते और सुझाव) (How to reach the temple)
- सड़क मार्ग: आगर-मालवा/सुसनेर क्षेत्र सड़क से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। नज़दीकी कस्बों/स्टेशनों से टैक्सी या ऑटो द्वारा मंदिर पहुँचना सुविधाजनक है।
- रेल/हवाई: नज़दीकी बड़े रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे से सड़क मार्ग द्वारा यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है।
मंदिर जाने का सर्वश्रेष्ठ समय (Best time to visit the temple)
अक्टूबर से मार्च (ठंडे/शुष्क महीनों) में यहाँ जाना सबसे उपयुक्त रहता है। मौसम सुहावना होता है और दर्शन का आनंद अधिक मिलता है।
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पूरा पता (Complete Address)
कालवा बालाजी मंदिर, पिपल्या का खेड़ा / सोयत कला (पास), तहसील सुसनेर, ज़िला आगर-मालवा, मध्यप्रदेश, पिन कोड – 465449/465447।
Images of Kalwa Balaji Temple, Agar Malwa
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