
मध्यप्रदेश का आगर मालवा जिला अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक महत्व के कारण पर्यटकों के बीच हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है। यहाँ स्थित मोती सागर तालाब, जिसे लोग बड़े तालाब के नाम से भी जानते हैं, शहर की पहचान और गौरव है। यह सिर्फ पानी का स्रोत नहीं है बल्कि इतिहास, लोककथाओं और श्रद्धा से जुड़ा ऐसा स्थल है जहाँ आकर लगता है जैसे समय थम गया हो। चारों ओर हरियाली से घिरा यह विशाल जलाशय, पानी की लहरों पर झिलमिलाते आसमान का प्रतिबिंब और बीचोंबीच बनी समाधि इस स्थान को और भी रहस्यमय बना देती है।
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इतिहास (History)
मोती सागर तालाब का इतिहास लगभग एक हज़ार वर्ष पुराना है। इसका निर्माण सन् 1052 ईस्वी के आसपास अभयराम बनजारा ने करवाया था। उस समय पानी की भारी कमी को देखते हुए इस तालाब की खुदाई का निर्णय लिया गया। कहा जाता है कि खुदाई के दौरान बहुत कठिनाइयाँ आईं और तालाब में पानी रोकने के लिए बलिदान की आवश्यकता बताई गई। तभी अभयराम के पुत्र और पुत्रवधू ने समाज और लोगों की भलाई के लिए स्वयं को बलिदान कर दिया। उनके स्मरण में तालाब के बीचोबीच एक समाधि बनाई गई, जिसे आज भी “नामा समाधि” कहा जाता है। यह समाधि आज भी उस बलिदान और त्याग की अनंत गाथा सुनाती है। यह तालाब करीब 428 बीघा क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे देखते ही अंदाज़ा हो जाता है कि उस युग में इसका निर्माण कितना बड़ा और कठिन कार्य रहा होगा।
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विशेषताएँ (Features)

मोती सागर तालाब की सबसे बड़ी विशेषता इसकी विशालता और प्राचीनता है। यह केवल जल संग्रह का साधन नहीं रहा, बल्कि समय के साथ यह धार्मिक आस्था और लोककथाओं से भी जुड़ गया। तालाब की सतह पर पड़ती सूरज की रोशनी, उसके शांत पानी में दिखते आसमान और पेड़ों के प्रतिबिंब एक अलग ही दृश्य प्रस्तुत करते हैं। बीचोबीच बनी समाधि इसे रहस्यमय बनाती है और यही इसकी सबसे बड़ी पहचान भी है। तालाब का वातावरण बेहद शांत और सुकून देने वाला है। यहाँ आकर व्यक्ति स्वयं को प्रकृति और इतिहास के बीच खड़ा महसूस करता है।
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देखने योग्य स्थान (Attractions in and around the Pond)

मोती सागर तालाब स्वयं में एक अद्भुत आकर्षण है, लेकिन इसके अलावा यहाँ और भी कई चीज़ें देखने योग्य हैं। तालाब के बीच स्थित समाधि हर किसी को अपनी ओर खींच लेती है। इसके आसपास फैली हरियाली और प्राकृतिक छटा तस्वीरों में जीवंत हो उठती है। तालाब के पास ही चिन्थाहरण गणेश मंदिर है, जहाँ भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ आते हैं। इसके अलावा किवाड़ा स्वामी भैरवनाथ मंदिर, तुलजा भवानी मंदिर और सोमेश्वर महादेव मंदिर भी पास ही स्थित हैं। इन स्थलों की यात्रा करने के बाद तालाब के किनारे बैठकर उसका दृश्य देखना एक अलग ही अनुभव देता है।
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फोटोग्राफी और प्राकृतिक दृश्य (Photography & Scenic Beauty)
जो लोग फोटोग्राफी का शौक रखते हैं, उनके लिए मोती सागर तालाब किसी स्वर्ग से कम नहीं। सुबह के समय जब धुंध फैली हो और पानी पर सुनहरी रोशनी झिलमिलाती हो, तब यहाँ की तस्वीरें जादुई लगती हैं। शाम के वक्त सूर्यास्त का नज़ारा तालाब की लहरों में प्रतिबिंबित होकर ऐसा दृश्य प्रस्तुत करता है कि कैमरा लगातार क्लिक करने का मन करता है। बरसात के मौसम में जब तालाब लबालब भर जाता है और चारों ओर हरियाली छा जाती है, तब यहाँ का सौंदर्य अपने चरम पर होता है। पक्षियों की चहचहाहट और ठंडी हवाओं का स्पर्श इसे फोटोग्राफी के लिए एकदम आदर्श स्थल बना देते हैं।
बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर, आगर मालवा (Baba Baijnath Mahadev Temple, Agar Malwa)
यहाँ तक कैसे पहुँचे (How to Reach)
मोती सागर तालाब आगर मालवा शहर के भीतर ही स्थित है, इसलिए यहाँ पहुँचना बिल्कुल आसान है। सड़क मार्ग से यह उज्जैन, इंदौर, भोपाल और कोटा जैसे बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। नज़दीकी रेलवे स्टेशन उज्जैन है, जो लगभग 68 किलोमीटर की दूरी पर है। हवाई मार्ग से आने वालों के लिए सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा इंदौर का देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट है, जो लगभग 126 किलोमीटर दूर है। इन दोनों स्थानों से बस, टैक्सी या निजी वाहन के ज़रिए आसानी से तालाब तक पहुँचा जा सकता है।
यात्रा का सही समय (Best Time to Visit)
मोती सागर तालाब घूमने का सबसे अच्छा समय बरसात के बाद का होता है, जब यह पानी से लबालब भरा रहता है और उसके चारों ओर हरियाली की चादर बिछ जाती है। इस समय यहाँ की सुंदरता सबसे अधिक निखरकर सामने आती है। सर्दियों का मौसम भी यहाँ घूमने के लिए उत्तम है, क्योंकि सुबह और शाम का मौसम बेहद सुहावना होता है और तालाब का नज़ारा मन को मोह लेता है। गर्मियों में यहाँ जाना थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन सुबह जल्दी या शाम को ठंडी हवाओं के बीच तालाब की सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है।
प्रवेश समय और शुल्क (Entry & Timings)
मोती सागर तालाब किसी पार्क या गेट से घिरे परिसर जैसा नहीं है, बल्कि यह एक खुला सार्वजनिक तालाब है। यहाँ आने के लिए किसी प्रवेश शुल्क की आवश्यकता नहीं है। स्थानीय लोग सुबह से शाम तक यहाँ आते-जाते रहते हैं। हालांकि पर्यटकों के लिए सुबह और शाम का समय ही सबसे बेहतर माना जाता है, क्योंकि इन घंटों में यहाँ का दृश्य सबसे सुंदर और आकर्षक होता है।
पूरा पता (Full Address)
मोती सागर तालाब, आगर मालवा, मध्यप्रदेश – 465441
यह स्थान आगर मालवा शहर के बीचोंबीच स्थित है और शहर के हर कोने से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
Images of Moti Sagar Pond, Agar Malwa
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