
मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की पावन भूमि पर स्थित मनोकामना पूर्ण गणपति मंदिर – चिपिया गोशारी भक्तों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। यह मंदिर आगर शहर से लगभग 8 किलोमीटर दूर बदोद मार्ग पर, एक छोटी पहाड़ी की तलहटी में बसा हुआ है। शांत वातावरण, हरियाली और पहाड़ी से घिरा यह स्थान श्रद्धालुओं को अद्भुत शांति का अनुभव कराता है। “मनोकामना पूर्ण” नाम से ही स्पष्ट है कि यहाँ आने वाले भक्त अपनी मनोकामनाएँ लेकर आते हैं और विश्वास करते हैं कि गणपति बप्पा उनकी इच्छाएँ पूरी करते हैं। स्थानीय लोग इस मंदिर को “गणेश गोशी चिपा” या “चिपिया गणेश” भी कहते हैं।
बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर, आगर मालवा (Baba Baijnath Mahadev Temple, Agar Malwa)
इतिहास (History)
इस मंदिर की प्राचीनता कई शताब्दियों पुरानी मानी जाती है। यद्यपि सटीक तिथि या स्थापत्य काल के प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं, किंतु यहाँ स्थापित गणपति की प्रतिमा अत्यंत प्राचीन और दिव्य मानी जाती है। लोककथाओं में कहा जाता है कि यहाँ के गणपति स्वयंभू रूप से प्रकट हुए थे और समय के साथ स्थानीय भक्तों ने इस स्थान को विकसित किया। आगर मालवा क्षेत्र स्वयं ही प्राचीन नगर संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहाँ विभिन्न कालों में परमार वंश, मालवा सल्तनत और मराठा शासन का प्रभाव रहा। संभावना है कि गणपति की यह मूर्ति इन्हीं कालों में पूजा-अर्चना का केंद्र बनी और धीरे-धीरे इसे “मनोकामना पूर्ण गणपति” के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त हुई।
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विशेषताएँ (Features)

मंदिर एक पहाड़ी की तलहटी पर स्थित है, जिससे यहाँ का वातावरण अत्यंत रमणीय और शांत प्रतीत होता है। यहाँ के गणपति को “इच्छा पूर्ण करने वाले” देवता के रूप में माना जाता है। अनेक श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूरी होने पर यहाँ आकर विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर परिसर में “गणेश गोशाला” भी है, जहाँ हजारों भक्तों द्वारा गाए जाने वाले भजन और कीर्तन की परंपरा चलती है। स्थानीय मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से विवाह, संतान, व्यवसाय और अन्य पारिवारिक इच्छाएँ पूरी होती हैं। मंदिर का प्राकृतिक परिवेश – घने वृक्ष, पक्षियों की चहचहाहट और पहाड़ी हवा – आगंतुकों को शांति और भक्ति दोनों का अनुभव कराता है।
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मंदिर में स्थापित देवी-देवता (Deities installed in the temple)
मंदिर का मुख्य देवता भगवान गणेश हैं। गणपति की प्रतिमा प्राचीन और पूजनीय मानी जाती है। मुख्य गणपति जी के अलावा परिसर में अन्य छोटे-छोटे देवालय भी हैं, जहाँ भक्त विभिन्न देवी-देवताओं को प्रणाम करते हैं।
आरती और भजन (Aarti and Bhajan)
मंदिर में प्रतिदिन सुबह और शाम आरती होती है। आरती के समय ढोल, मंजीरे और शंख की ध्वनि से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठता है। भक्तगण गणेश भजन और स्तुति गाकर बप्पा को प्रसन्न करते हैं। विशेष अवसरों पर भजन संध्याएँ, कीर्तन मंडलियाँ और सामूहिक आरती आयोजित की जाती हैं, जहाँ आसपास के गाँवों और नगरों से श्रद्धालु भाग लेने आते हैं।
मंदिर की वास्तुकला (Temple architecture)
मंदिर का ढांचा सरल और पारंपरिक है, जिसमें धार्मिक शिल्पकला और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम है। मुख्य गर्भगृह में प्राचीन गणपति प्रतिमा स्थापित है। गर्भगृह के बाहर खुला आंगन है जहाँ बड़े त्योहारों पर हजारों भक्त एकत्र होते हैं। मंदिर के चारों ओर प्राकृतिक हरियाली और छोटे-छोटे पेड़ पौधे इसे विशेष आध्यात्मिक स्पर्श प्रदान करते हैं। मंदिर परिसर में साधुओं और भक्तों के ठहरने की व्यवस्था भी समय के साथ विकसित हुई है।
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त्योहार और आयोजन (Festivals and events)
गणेश चतुर्थी यहाँ का सबसे बड़ा उत्सव है। इस अवसर पर मंदिर को दीपों और फूलों से सजाया जाता है, विशेष पूजा-अर्चना होती है और हजारों भक्त दूर-दराज़ से यहाँ आते हैं। संकष्टी चतुर्थी पर भी विशेष आरती और व्रत अनुष्ठान का आयोजन होता है। स्थानीय समाज द्वारा भजन संध्या, धार्मिक यात्राएँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। त्यौहारों के अवसर पर यहाँ मेले जैसा वातावरण बन जाता है, जहाँ प्रसाद वितरण, भजन मंडलियाँ और भक्तों का उत्साह देखने योग्य होता है।
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आसपास के दर्शनीय स्थल (Nearby places of interest)
यदि आप चिपिया गणपति मंदिर दर्शन के लिए आते हैं, तो नज़दीकी स्थानों को देखना भी एक यादगार अनुभव होगा – बैजनाथ महादेव मंदिर (आगर मालवा), मोतीसागर तालाब, हर्षगिरि तीर्थ, और नलखेड़ा स्थित मां बगलामुखी मंदिर।
मंदिर तक कैसे पहुँचें (How to Reach the Temple)
वायु मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा इंदौर का देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट है, जो लगभग 126 किमी दूर है।
रेल मार्ग: सबसे निकट रेलवे स्टेशन उज्जैन है, जो लगभग 68 किमी की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग: आगर शहर से मंदिर केवल 8 किमी की दूरी पर बदोद मार्ग पर स्थित है। आगर तक नियमित बस सेवाएँ और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं।
कब जाएँ (When to visit)
मंदिर पूरे वर्ष खुला रहता है, परंतु यहाँ आने का सर्वोत्तम समय अक्टूबर से मार्च तक है जब मौसम सुहावना रहता है। सुबह का समय दर्शन के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। गणेश चतुर्थी और अन्य गणेश पर्वों पर यहाँ की रौनक और भक्ति का अनुभव अद्वितीय होता है, हालाँकि भीड़ अधिक रहती है।
पूरा पता (Address)
मनोकामना पूर्ण गणपति मंदिर (चिपिया गोशारी)
स्थान: आगर शहर से 8 किमी दूर, बदोद रोड
जिला: आगर मालवा, मध्यप्रदेश – 465441
आसपास के दर्शनीय स्थल (Nearby places of interest)
- मोटी सागर तालाब – आगर नगर में स्थित यह तालाब अपनी सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है।
- माँ बगलामुखी मंदिर, नलखेड़ा – शक्ति उपासना का प्रमुख स्थल, जहाँ दूर-दूर से साधक आते हैं।
- सोमेश्वर महादेव मंदिर – लगभग 25 किमी दूर स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर।
- माँ तुलजा भवानी मंदिर – प्राकृतिक गुफा में स्थित यह मंदिर आस्था और रोमांच दोनों का संगम है।