Categories
Uncategorized

जन्मेजय का नागदाह यज्ञ – प्रतिशोध, तप और क्षमा की अमर कथा (Janamejaya’s Serpent Sacrifice – A Tale of Revenge, Wisdom & Compassion)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारत के इतिहास और पुराणों में कुछ घटनाएँ ऐसी हैं जो केवल धार्मिक प्रसंग नहीं, बल्कि मानव स्वभाव की गहराई, प्रतिशोध की ज्वाला और करुणा की विजय का प्रतीक बन जाती हैं।ऐसी ही एक अद्भुत कथा है राजा जन्मेजय और उनके नागदाह यज्ञ की, जो महाभारत के आदिपर्व में वर्णित है। भगवान श्रीराम की बहन Read More