Categories
Chalisa

श्री गणेश प्रातः समरणं स्तोत्रं (Shri Ganesh Pratah-Smaranam Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

“श्रीगणेश प्रातः स्मरणम् स्तोत्र” एक अत्यंत मंगलकारी स्तोत्र है जिसकी रचना प्राचीन काल में श्री गणेश जी के गुणगान के लिए की गई थी। इस स्तोत्र का पाठ विशेष रूप से प्रातःकाल किया जाता है, जब मन शांत और पवित्र होता है। यह स्तोत्र केवल तीन श्लोकों का है, परंतु इसका प्रभाव अत्यंत व्यापक और Read More

Categories
Chalisa

श्री गणपति स्तव: (Shri Ganapati Stavaha)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्री गणपति स्तव एक अत्यंत प्रभावशाली और पावन स्तोत्र है, जो भगवान गणेश की महिमा, शक्ति और करुणा का सार है। इसमें केवल आठ श्लोक हैं, परंतु इसका प्रभाव अत्यंत गहन है। यह स्तव मुख्यतः बुद्धि, स्मृति, सफलता, संकट नाश और आध्यात्मिक जागृति के लिए पढ़ा जाता है। विशेषकर 12 वर्ष से कम आयु के Read More

Categories
Chalisa

श्री गंगा महिम्ना स्तोत्रं (Shri Ganga Mahimna Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्री गंगा महिमा स्तोत्र एक अत्यंत पावन और प्रभावशाली स्तोत्र है, जो गंगा माता की दिव्यता, महिमा और कृपा का विस्तृत गुणगान करता है। यह स्तोत्र न केवल एक भक्तिपूर्ण स्तुति है, बल्कि आत्मशुद्धि, पापों के प्रक्षालन, और मोक्ष की प्राप्ति का साधन भी है। इसे देवगिरि आचार्य द्वारा रचित माना गया है। गंगा नदी Read More

Categories
Chalisa

श्री कृष्णा माणसा पूजा स्तोत्रं (Sri Krishna Manasa Puja Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

“श्रीकृष्ण मानस पूजा स्तोत्रम्” एक अद्भुत भक्ति स्तोत्र है जिसमें भक्त अपने मन के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करता है। यह स्तोत्र वैदिक पूजा के उन तत्वों को समाहित करता है जिन्हें शुद्ध भावनाओं के साथ केवल “मन” द्वारा अर्पित किया जाता है — जैसे पाद्य (पैर धोना), अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, तिलक, Read More

Categories
Chalisa

श्री कृष्णा कीलक स्तोत्र (Shree Krishna Keelak Stotra)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्रीकृष्ण कीलक स्तोत्र एक अत्यंत शक्तिशाली स्तोत्र है जो साधक को मानसिक शांति, आत्मिक बल और जीवन में शुभ फल प्रदान करता है। इसे श्रद्धा और नियमपूर्वक पढ़ने से भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कहा जाता है कि इस स्तोत्र का पाठ 31 बार करने से मन एकाग्र होता है, विचारों में Read More

Categories
Chalisa

श्री कृष्ण शरणम ममः (Shri Krishna Sharanam Mamah)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

“श्रीकृष्ण शरणं ममः” का अर्थ है — “भगवान श्रीकृष्ण ही मेरी एकमात्र शरण हैं।” यह मंत्र अथवा स्तोत्र पूर्ण समर्पण, प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। यह वाक्य हर उस भक्त की आत्मा की पुकार है, जो जीवन के संघर्षों में ईश्वर की छाया चाहता है। भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं। उनका Read More

Categories
Chalisa

श्री कृष्ण द्वादशनाम स्तोत्र (Shri Krishna Dwadashnaam Stotra)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्रीकृष्ण द्वादशनाम स्तोत्र भगवान विष्णु के द्वादश (12) दिव्य नामों का स्तुति स्तोत्र है। यह स्तोत्र स्वयं श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को बताया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि इन 12 नामों का स्मरण करने मात्र से मनुष्य समस्त पापों से मुक्त हो जाता है और अक्षय पुण्य प्राप्त करता है। इस स्तोत्र का जप प्राचीन Read More

Categories
Chalisa

श्री कृष्ण अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् (Shri Krishna Ashtottar Shatnam Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्रीकृष्णाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्र में भगवान श्रीकृष्ण के 108 पावन नामों का वर्णन किया गया है। ये नाम भगवान के दिव्य गुणों, लीलाओं और स्वरूप को प्रकट करते हैं। इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। भगवान कृष्ण विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं और वे भक्तों के Read More

Categories
Chalisa

श्री कार्तिकेय स्तोत्रं (Sri Kartikeya Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

श्री कार्तिकेय स्तोत्र एक अत्यंत प्रभावशाली स्तुति है जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र भगवान स्कंद या कार्तिकेय को समर्पित है। इसे स्वयं भगवान स्कंद (कार्तिकेय) द्वारा कहा गया माना जाता है, जिसमें वे अपने 28 पवित्र नामों का वर्णन करते हैं। यह स्तोत्र भक्तों को भगवान कार्तिकेय की विभिन्न दिव्य विशेषताओं—जैसे कि Read More

Categories
Chalisa

श्री एकदंत स्तोत्रम् (Shri Ekdant Stotra)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

Shri Ekdant Stotra (श्री एकदंत स्तोत्र) एक अत्यंत प्रभावशाली प्रार्थना है जो भगवान गणेश को समर्पित है। भगवान गणेश, जिन्हें एकदंत, विनायक, गणपति, गजानन, लंबोदर आदि कई नामों से जाना जाता है, समस्त विघ्नों के नाशक, बुद्धि और समृद्धि के दाता हैं। श्री एकदंत स्तोत्र का मूल वर्णन नारद पुराण में मिलता है और इसकी Read More