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Chalisa श्री कृष्णा के मंत्र

श्रीकृष्ण वासुदेव मन्त्र (Shree krishnaya vasudevaya Mantra)

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ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने॥प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:॥ मंत्र जाप के फायदे. यह मंत्र भगवान कृष्ण का एक चमत्कारी मंत्र है इसका जाप करने से भक्तों के सभी कष्ट और परेशानियां दूर हो जाति है। इस मंत्र को सच्चे मन से 108 बार जाप करने से सभी परेसानी और संकट दूर हो जाते हैं. Read More

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श्री राम रक्षा स्तोत्रम् (Shri Ram Raksha Stotram)

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विनियोग:अस्य श्रीरामरक्षास्त्रोतमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः ।श्री सीतारामचंद्रो देवता ।अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः ।श्रीमान हनुमान कीलकम ।श्री सीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्त्रोतजपे विनियोगः । अथ ध्यानम्‌:ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपदमासनस्थं,पीतं वासो वसानं नवकमल दल स्पर्धिनेत्रम् प्रसन्नम ।वामांकारूढ़ सीता मुखकमलमिलल्लोचनम्नी,रदाभम् नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डलम् रामचंद्रम ॥ राम रक्षा स्तोत्रम्:चरितं रघुनाथस्य शतकोटि प्रविस्तरम् ।एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम् ॥1॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम् ।जानकीलक्ष्मणोपेतं जटामुकुटमण्डितं ॥2॥ सासितूणधनुर्बाणपाणिं नक्तंचरान्तकम् Read More

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Chalisa भगवान शिव के चमत्कारी मंत्र

शिव तांडव स्तोत्र (Shiv Tandav Stotra)

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शिव तांडव स्तोत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावशाली स्तोत्र है, जिसकी रचना रावण ने भगवान शिव की आराधना करते हुए की थी। यह स्तोत्र संस्कृत में रचित है और इसमें भगवान शिव के सौंदर्य, शक्ति, तांडव नृत्य और उनके भयंकर स्वरूप का अद्भुत वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र 17 श्लोकों का एक मंत्रमुग्ध कर Read More

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श्री राम स्तुति (Shri Ram Stuti)

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॥दोहा॥
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
हरण भवभय दारुणं ।
नव कंज लोचन कंज मुख
कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं ॥२॥

भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥

शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥

इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं ॥५॥

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हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)

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॥ दोहा॥
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके
सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं
हरहु कलेस बिकार ॥

॥ चौपाई ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥

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