Categories
Chalisa

ललिता पञ्चकम् (Lalita Panchakam)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

“प्रातः स्मरामि ललितावदनारविन्दम्” से आरंभ होने वाला ललिता पंचकम एक अत्यंत भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो देवी ललिता त्रिपुरसुंदरी को समर्पित है। इसका रचनाकार आदि शंकराचार्य माने जाते हैं। माँ ललिता त्रिपुरसुंदरी को श्रीचक्र (श्रीयंत्र) की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। वे त्रिपुरा (तीनों लोकों की स्वामिनी) के रूप में ‘षोडशी’ कहलाती हैं, जो 16 वर्ष Read More