कौपीन पंचकम् (Kaupīna Pañchakam) एक लघु लेकिन अत्यंत प्रभावशाली संस्कृत कविता है, जिसकी रचना आदि शंकराचार्य द्वारा की गई है। यह स्तोत्र पाँच श्लोकों का एक संकलन है, जो सन्यासी जीवन के वैराग्य, आत्मज्ञान और ब्रह्मानंद में लीन होने की महिमा का वर्णन करता है। इसका केंद्रबिंदु है कौपीन — अर्थात लंगोट — जो संन्यासी Read More
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