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श्री राज मातंगी स्तोत्र (Shri Raj Matangi Stotra)

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“श्री राज मातंगी स्तोत्र” एक अत्यंत शक्तिशाली और रहस्यमय स्तोत्र है, जो त्रिपुरा की दस महाविद्याओं में से एक — देवी राज मातंगी को समर्पित है। यह स्तोत्र तांत्रिक साधना की गूढ़ परंपरा से जुड़ा हुआ है और इसका पाठ साधक को वाणी, विद्या, ऐश्वर्य, सिद्धि और आकर्षण की शक्ति प्रदान करता है। राज मातंगी Read More

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श्री राधाकृष्ण स्तोत्रं (Shri Radhakrishna Stotram)

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“श्री राधा कृष्ण स्तोत्र” एक अत्यंत सुंदर एवं भक्तिपूर्ण स्तोत्र है, जो भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधारानी के दिव्य प्रेम, स्वरूप और महिमा का स्तवन करता है। यह स्तोत्र राधा-कृष्ण की एकात्मता, परस्पर प्रेम और भगवत्ता को समर्पित है, जिसमें श्रीकृष्ण को राधा के अधार (आधार) और राधा को उनके हृदय की अधिष्ठात्री के रूप में Read More

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श्री राधा नाम महात्मय स्तोत्रं (Shri Radha Naam-Mahatmya Stotram)

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“श्रीराधा नाम महात्म्य स्तोत्र” एक दिव्य स्तोत्र है जो श्रीराधा रानी के नाम की महिमा का गुणगान करता है। यह स्तोत्र बताता है कि “राधा” नाम का प्रत्येक अक्षर (रा + आ + धा) कितना शक्तिशाली, कल्याणकारी और मोक्षदायक है। श्रीराधा नाम का स्मरण, जप और कीर्तन न केवल संसारिक दुखों, रोगों और पापों से Read More

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श्री मृत्युंजय स्तोत्रम् (Shri Mrityunjay Stotra)

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“श्री मृत्युंजय स्तोत्र” एक शक्तिशाली स्तुति है जो भगवान शिव को समर्पित है, विशेष रूप से उनके चन्द्रशेखर रूप को। यह स्तोत्र उन भक्तों द्वारा गाया जाता है जो जीवन में भय, रोग, मृत्यु और कष्टों से रक्षा की कामना करते हैं। इस स्तोत्र में भगवान शिव की महिमा, उनकी शक्तियों और उनके रूपों का Read More

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श्री महिसासुर मर्दिनी स्तोत्रं (Sri Mahishasura Mardini Stotram)

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श्री महिषासुरमर्दिनि स्तोत्र एक अत्यंत प्रसिद्ध और शक्तिशाली स्तोत्र है जो देवी दुर्गा के रूप महिषासुर मर्दिनी की स्तुति करता है। इस स्तोत्र की रचना आदि शंकराचार्य द्वारा की गई थी। इसमें माता की वीरता, सौंदर्य, करुणा और त्रैलोक्य की रक्षा करने वाली शक्ति का वर्णन अत्यंत काव्यात्मक और भावपूर्ण शैली में किया गया है। Read More

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श्री महालक्ष्मी हृदयं स्तोत्रं (Sri Mahalakshmi Hrudayam Stotram)

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श्री महालक्ष्मी हृदय स्तोत्र एक अत्यंत शक्तिशाली और भक्तिपूर्ण स्तुति है, जो भगवती महालक्ष्मी के हृदयस्वरूप की वंदना करती है। यह स्तोत्र देवी लक्ष्मी की करुणा, कृपा, ऐश्वर्य और दिव्य उपस्थिति को अपने जीवन में आमंत्रित करने का एक दिव्य माध्यम है। इस स्तोत्र में भक्त वैकुण्ठ, क्षीरसागर, श्वेतद्वीप और रत्नगर्भ में निवास करने वाली Read More

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श्री महागणेशा पंच्रात्नाम स्तोत्रं (Sri Maha Ganesha Pancharatnam Stotram)

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“श्री महागणेश पंचरत्न स्तोत्र” भगवान श्री गणेश को समर्पित एक अत्यंत प्रभावशाली और लोकप्रिय स्तोत्र है, जिसकी रचना आदि शंकराचार्य जी द्वारा की गई है। यह स्तोत्र पांच (पंच) रत्नों (श्लोकों) के रूप में भगवान गणेश की स्तुति करता है, इसलिए इसे “पंचरत्न स्तोत्र” कहा जाता है। इस स्तोत्र में भगवान गणपति के दिव्य स्वरूप, Read More

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श्री मयूरेश्वर स्तोत्रम् (Shri Mayureshwar Stotra)

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श्री मयूरेश्वर स्तोत्र भगवान गणेश की महिमा का गुणगान करने वाला एक दिव्य स्तोत्र है, जिसकी रचना स्वयं ब्रह्मा जी ने की थी। “मयूरेश्वर” भगवान गणेश का ही एक नाम है, जो उन्हें उनके मयूर वाहन (मोर) के कारण मिला। यह स्तोत्र विघ्नहर्ता गणपति को समर्पित है और इसे श्रद्धा से पढ़ने पर साधक को Read More

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श्री मातंगी स्तोत्रम् (Shri Matangi Stotram)

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श्री मातंगी स्तोत्रम् एक अत्यंत प्रभावशाली और रहस्यात्मक स्तुति है जो देवी मातंगी को समर्पित है। मातंगी देवी दस महाविद्याओं में नवम स्थान पर विराजमान हैं और उन्हें वाणी, संगीत, विद्या, कला, तंत्र, आकर्षण तथा गूढ़ विद्याओं की अधिष्ठात्री देवी माना गया है। वे विशेष रूप से उन साधकों की आराध्या हैं जो वाणी में Read More

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श्री मंगलचरण स्तोत्र (Shri Mangla Charan Stotra)

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“श्री मंगलाचरण स्तोत्र” एक पवित्र स्तुति है, जो परमात्मा और गुरु की वंदना से आरंभ होती है। यह स्तोत्र न केवल आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम है, बल्कि यह मन, वाणी और आत्मा को भी शुद्ध करता है। इसे वैष्णव परंपरा में विशेष स्थान प्राप्त है, और यह भक्त को श्री चैतन्य महाप्रभु, राधा-कृष्ण और उनके Read More