
मध्यप्रदेश के आगर-मालवा जिले में एक ऐसा मंदिर है, जहाँ भक्तों की आस्था और देवी की कृपा का अद्भुत संगम देखने को मिलता है — बड़ी माता पचेटी मंदिर। इसे स्थानीय लोग प्यार से ‘बड़ी माता पचेटी’ कहते हैं। कहते हैं, यहाँ मुरादें पूरी होती हैं और भक्त अपनी मनोकामनाएँ लेकर यहाँ आते हैं।
मंदिर जंगल के बीच बसा है, और जैसे ही आप यहाँ पहुँचते हैं, चारों ओर की हरियाली और शांत वातावरण आपको एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव से भर देता है।
माँ तुलजा भवानी मंदिर, आगर-मालवा
इतिहास की झलक (Glimpse of History)

कहानियों के अनुसार, यह मंदिर उसी जगह बना जहाँ पहले जंगल में देवी की प्राचीन मूर्तियाँ थीं। गाँव पचेटी का नाम भी इसी मंदिर से जुड़ा है।
सटीक दस्तावेज़ नहीं मिले हैं कि मंदिर किस काल में बना, किन राजाओं ने इसका निर्माण करवाया या किस वास्तुशैली में बना। फिर भी, लोककथाओं और स्थानीय विश्वासों ने इसे ऐतिहासिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बना दिया है।
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स्थान और पहुंच (Location and Access)
मंदिर पचेटी ग्राम के पास स्थित है, जो आगर-मालवा मुख्यालय से लगभग 22-25 किलोमीटर दूर है।
सबसे आसान मार्ग तिलर डैम के पास से मोटर मार्ग के माध्यम से है। रास्ते थोड़े जंगल भरे हैं, इसलिए यात्रा के समय सावधानी बरतना ज़रूरी है।
बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर, आगर मालवा (Baba Baijnath Mahadev Temple, Agar Malwa)
मंदिर की खासियत (Specialty of the Temple)

- देवी की मूर्तियाँ पहले जंगल में थीं, जिन्हें लोगों ने देखा और पूजा शुरू की।
- मंदिर का वातावरण प्राकृतिक, शांत और ध्यानमय है।
- यहाँ भक्त अक्सर अपनी मुराद पूरी होने पर “माँ पट्टा” या वचन देते हैं, और देवी को भेंट चढ़ाते हैं।
- यहाँ की आस्था और कहानियाँ इतनी प्रसिद्ध हैं कि आसपास के गाँवों में भी देवी की महिमा के किस्से मशहूर हैं।
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देवी-देवता (Gods and Goddesses)
मंदिर में मुख्य देवता पचेटी माता हैं
आरती, भजन और धार्मिक क्रियाएँ (Aarti, Bhajan and religious rituals)
त्योहारों और विशेष अवसरों पर यहाँ भजन-कीर्तन और आरती आयोजित होती हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि मेले और पर्वों पर मंदिर भक्तों से भरा होता है और पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है।
त्योहार और मेले (Festivals and Fairs)
- बड़ी माता पचेटी मेला: सबसे बड़ा और प्रसिद्ध मेला, जहाँ दूर-दूर से भक्त आते हैं।
- नवरात्रि और अन्य प्रमुख पर्वों पर विशेष पूजा-अर्चना होती है।
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मंदिर खुलने-बंद होने का समय (Temple opening and closing times)
सरकारी तौर पर सटीक समय उपलब्ध नहीं है। आमतौर पर ऐसे मंदिर सुबह 6-7 बजे और शाम 5-7 बजे दर्शन के लिए खुले रहते हैं।
आसपास देखने योग्य स्थान (Nearby Places to Visit)
- Tillar Dam — मंदिर के पश्चिम दिशा में, पहुँचने का आसान रास्ता।
- जंगल और ग्रामीण इलाके — प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श।
- आगर-मालवा के अन्य मंदिर और ऐतिहासिक स्थल, जैसे Baijnath Mahadev मंदिर।
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यात्रा का सही समय (Best time to travel)
- मौसम के अनुसार शरद और वसंत ऋतु सबसे उपयुक्त हैं।
- गर्मी (अप्रैल-मई) और बरसात में जंगल के रास्ते कठिन हो सकते हैं।
- मेले और त्योहारों के समय अधिक भीड़ होती है, लेकिन माहौल भक्तिमय और उत्साहपूर्ण होता है।
यात्रा करते समय सावधानियाँ (Precautions while traveling)
- जंगल से गुजरने के लिए सक्षम वाहन या मोटरसाइकिल का उपयोग करें।
- शाम के समय लौटें क्योंकि अंधेरा होने पर रास्ता कठिन हो सकता है।
- पर्याप्त पानी और हल्की सामग्री साथ रखें।
- मंदिर परिसर में शुद्ध और संयमित व्यवहार रखें।
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पता / संपर्क जानकारी (Address/Contact Information)
- मंदिर का नाम: Pachetti Mata Temple / पचेटी माता (बड़ी माता पचेटी)
- ग्राम: पचेटी
- जिला: आगर-मालवा, मध्यप्रदेश
- दूरी: आगर मुख्यालय से लगभग 22 किमी
बड़ी माता पचेटी मंदिर, आगर-मालवा की कुछ तस्वीरें हैं (Images of Badi Mata Pacheti Temple, Agar Malwa)
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