Categories
Uncategorized

हनुमान चालीसा और सूर्य–पृथ्वी की दूरी का अद्भुत रहस्य (Hanuman Chalisa and the amazing secret of the Sun-Earth distance)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारत सदियों से आध्यात्मिकता और विज्ञान का अद्भुत संगम रहा है। यहाँ के ऋषि-मुनि और कवि केवल भक्ति में लीन नहीं थे, बल्कि उनके पास गहन खगोल, गणित और ब्रह्मांड का ज्ञान भी था। इसी का प्रमाण हमें मिलता है गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित हनुमान चालीसा में। जहाँ यह रचना भक्तिभाव और भक्ति रस से Read More

Categories
Uncategorized

गणेश चतुर्थी : विघ्नहर्ता गणपति का दिव्य उत्सव (Ganesh Chaturthi: Vighnaharta Ganpati ka Divya Utsav)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारत की भूमि उत्सवों और परंपराओं की जननी कही जाती है, और इन्हीं पर्वों में से एक सबसे हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला पर्व है गणेश चतुर्थी। यह केवल पूजा का अवसर नहीं बल्कि आस्था, श्रद्धा, भक्ति और उमंग का अद्भुत संगम है। जब भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी आती है तो गलियों से लेकर Read More

Categories
Uncategorized

हिन्दू धर्म में नवजात शिशु और साधु–सन्यासी को क्यों नहीं जलाया जाता? रहस्यमयी परंपरा का अनोखा राज़ (Hinduism mein newborn babies aur sadhus-sanyasis ko kyun nahi jalaya jata? Is rahasymayi parampara ka anokha raaz)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारत में जन्म से लेकर मृत्यु तक हर संस्कार के पीछे गहरा रहस्य छिपा है। हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में अंतिम संस्कार को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि यह केवल शरीर का संस्कार नहीं, बल्कि आत्मा की अगली यात्रा की तैयारी भी है। सामान्यतः किसी भी व्यक्ति के निधन के बाद उसे अग्नि Read More

Categories
Uncategorized

हिन्दू धर्म के 16 संस्कार (16 Sacraments of Hinduism) : जीवन की पवित्र यात्रा

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारतीय संस्कृति को अगर कोई सबसे महान बनाता है, तो वह है इसकी “संस्कार–परंपरा”।हिन्दू धर्म में यह विश्वास है कि मनुष्य केवल शरीर से जन्म नहीं लेता, बल्कि संस्कारों से जीवन को अर्थ मिलता है। यही कारण है कि यहाँ जन्म से लेकर मृत्यु तक हर पड़ाव पर विशेष संस्कार किए जाते हैं। इन 16 Read More

Categories
Uncategorized

हिन्दू धर्म में शनिवार, मंगलवार और गुरुवार को बाल कटाने की मनाही क्यों है? रहस्यमयी परंपरा का राज़ (Hindu Dharm me Shanivar, Mangalvar aur Guruwar ko Baal Katane ki Manaahi Kyun Hai? Rahasyamayi Parampara ka Raaz)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में हर छोटी-बड़ी आदत और परंपरा के पीछे कोई न कोई गहरा संदेश छिपा होता है। यहाँ तक कि रोज़मर्रा के कार्य जैसे – खाना-पीना, सोना-जागना, बाल या नाखून काटना – सबका संबंध केवल साफ-सफाई से नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता, धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिषीय गणनाओं से भी जुड़ा होता है। इन्हीं Read More

Categories
Uncategorized

संतोषी माता की पूजा में खटाई क्यों होती है वर्जित? जानें रहस्य और मान्यताएँ (Santoshi Mata ki Pooja mein Khatai kyon hoti hai Varjit? Jaane Rahasya aur Manyataen)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारतीय संस्कृति में देवी-देवताओं की पूजा केवल आस्था का विषय नहीं है, बल्कि इसमें जीवन जीने की गहरी सीख भी छिपी होती है। हर देवी-देवता के पूजन में कुछ नियम और परंपराएँ तय होती हैं, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही हैं। इन्हीं परंपराओं में से एक है संतोषी माता की पूजा में खट्टी Read More

Categories
Katni tourist places Tourist places

Nandchand Shiva Temple, Rithi – Katni: A Unique Blend of Devotion and Ancient Heritage

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

Located a few kilometers away from Rithi in Katni district, Madhya Pradesh, the Nandchand Shiva Temple beautifully combines devotion and history. This temple is not just a sacred space for worship, but also a living testimony to India’s ancient art and architecture. As soon as one arrives here, the tranquil atmosphere, lush greenery, and scattered Read More

Categories
tourist places in india in Hindi

नंदचाँद शिव मंदिर, रीठी–कटनी : प्राचीन शिल्प और आस्था का अद्भुत संगम (Nandchand Shiv Temple, Rithi–Katni: A Remarkable Blend of Ancient Art and Faith)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

मध्य प्रदेश के कटनी ज़िले में रीठी से कुछ दूरी पर स्थित नंदचाँद शिव मंदिर (मृताङ्गेश्वर महादेव) श्रद्धा और इतिहास दोनों का अद्भुत संगम है। यह मंदिर केवल पूजा–अर्चना का स्थल ही नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन कला और स्थापत्य का जीवंत प्रमाण भी है। यहाँ पहुँचते ही वातावरण की शांति, चारों ओर हरियाली और Read More

Categories
Tourist places

Nohleshwar Mahadev Temple, Nohta – A Living Example of History, Culture, and Architecture

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

Located in the small village of Nohta in Jabera Tehsil of Damoh district, Madhya Pradesh, Nohleshwar Mahadev Temple is not just a religious site, but also a living example of history, culture, and architectural brilliance. It is considered an important center of the ancient Shaiva tradition of the Narmada region. Every visitor experiences a unique Read More

Categories
Chalisa

सर्वसौख्यकर स्तोत्रं (Sarvasaukhyakara Stotram)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में भगवान दत्तात्रेय को त्रिदेवों – ब्रह्मा, विष्णु और महेश – का संयुक्त स्वरूप माना गया है। वे सदैव साधकों और भक्तों के दुःख हरने वाले, ज्ञान देने वाले और जीवन को सुख-समृद्धि से भर देने वाले देवता हैं। दत्तात्रेय भगवान को समर्पित अनेक स्तोत्र और प्रार्थनाएँ प्रचलित हैं, जिनमें से “सर्वसौख्यकर Read More