इस आरती का श्रद्धापूर्वक पाठ करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है तथा सभी कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
श्रीकृष्ण जी की आरती (Shree Krishna ji ki Aarti)
खाटू श्याम जी की आरती का महत्व (Importance of Khatu Shyam Ji’s Aarti)
खाटू श्याम जी की आरती करने और सुनने से भक्तों के सभी दुख, कष्ट और पीड़ाओं का नाश होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खाटू श्याम जी को “हारे का सहारा” कहा जाता है, जो अपने भक्तों की हर समस्या का समाधान करते हैं।
सूर्यदेव आरती (Suryadev Aarti)
ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति सच्चे मन से रोज खाटू श्याम जी की आरती करता है, उसके सभी कष्ट श्याम बाबा स्वयं हर लेते हैं और उसे अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आइए, प्रेम और श्रद्धा के साथ खाटू श्याम जी की आरती करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
काली जी की आरती (Kali ji ki aarti)
खाटू श्याम जी की आरती
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे ।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे ।
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे ।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे ।
भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे ।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे ।
कहत भक्त-जन, मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे ।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
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