Categories
Chalisa

शिवाय विष्णु रूपाय – शिव विष्णु श्लोका (Shivaaya Vishnu Roopaaya – Shiv Vishnu Shloka)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

शिवाय विष्णु रूपाय शिव रूपाय विष्णवे |शिवस्य हृदयं विष्णुं विष्णोश्च हृदयं शिवः || यथा शिवमयो विष्णुरेवं विष्णुमयः शिवः |यथाsन्तरम् न पश्यामि तथा में स्वस्तिरायुषि|यथाsन्तरं न भेदा: स्यु: शिवराघवयोस्तथा|| अर्थ: महत्व: यह श्लोक भगवान शिव और विष्णु के अद्वैत भाव को प्रकट करता है, जिसमें दोनों का स्वरूप एक ही माना गया है। यह श्लोक भक्त को यह सिखाता Read More