“प्रातः स्मरणम्” एक अत्यंत पवित्र और शुभ स्तोत्र है जिसे प्राचीन भारतीय ऋषियों ने विशेष रूप से प्रातःकाल (सुबह) के समय जपने के लिए रचा है। इसका उद्देश्य है—दिन की शुरुआत आत्मचिंतन, ईश्वर-चिन्तन और परमात्मा के विविध रूपों की स्तुति से करना, ताकि मनुष्य का मन, वचन और कर्म शुद्ध हों और सम्पूर्ण दिन दिव्यता Read More
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