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श्री कृष्णा माणसा पूजा स्तोत्रं (Sri Krishna Manasa Puja Stotram)

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“श्रीकृष्ण मानस पूजा स्तोत्रम्” एक अद्भुत भक्ति स्तोत्र है जिसमें भक्त अपने मन के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करता है। यह स्तोत्र वैदिक पूजा के उन तत्वों को समाहित करता है जिन्हें शुद्ध भावनाओं के साथ केवल “मन” द्वारा अर्पित किया जाता है — जैसे पाद्य (पैर धोना), अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, तिलक, Read More

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श्री कृष्णा कीलक स्तोत्र (Shree Krishna Keelak Stotra)

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श्रीकृष्ण कीलक स्तोत्र एक अत्यंत शक्तिशाली स्तोत्र है जो साधक को मानसिक शांति, आत्मिक बल और जीवन में शुभ फल प्रदान करता है। इसे श्रद्धा और नियमपूर्वक पढ़ने से भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। कहा जाता है कि इस स्तोत्र का पाठ 31 बार करने से मन एकाग्र होता है, विचारों में Read More

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श्री कृष्ण शरणम ममः (Shri Krishna Sharanam Mamah)

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“श्रीकृष्ण शरणं ममः” का अर्थ है — “भगवान श्रीकृष्ण ही मेरी एकमात्र शरण हैं।” यह मंत्र अथवा स्तोत्र पूर्ण समर्पण, प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। यह वाक्य हर उस भक्त की आत्मा की पुकार है, जो जीवन के संघर्षों में ईश्वर की छाया चाहता है। भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं। उनका Read More

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श्री कृष्ण द्वादशनाम स्तोत्र (Shri Krishna Dwadashnaam Stotra)

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श्रीकृष्ण द्वादशनाम स्तोत्र भगवान विष्णु के द्वादश (12) दिव्य नामों का स्तुति स्तोत्र है। यह स्तोत्र स्वयं श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को बताया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि इन 12 नामों का स्मरण करने मात्र से मनुष्य समस्त पापों से मुक्त हो जाता है और अक्षय पुण्य प्राप्त करता है। इस स्तोत्र का जप प्राचीन Read More

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श्री कृष्ण अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम् (Shri Krishna Ashtottar Shatnam Stotram)

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श्रीकृष्णाष्टोत्तरशतनाम स्तोत्र में भगवान श्रीकृष्ण के 108 पावन नामों का वर्णन किया गया है। ये नाम भगवान के दिव्य गुणों, लीलाओं और स्वरूप को प्रकट करते हैं। इस स्तोत्र का नियमित पाठ करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। भगवान कृष्ण विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं और वे भक्तों के Read More

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श्री कार्तिकेय स्तोत्रं (Sri Kartikeya Stotram)

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श्री कार्तिकेय स्तोत्र एक अत्यंत प्रभावशाली स्तुति है जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र भगवान स्कंद या कार्तिकेय को समर्पित है। इसे स्वयं भगवान स्कंद (कार्तिकेय) द्वारा कहा गया माना जाता है, जिसमें वे अपने 28 पवित्र नामों का वर्णन करते हैं। यह स्तोत्र भक्तों को भगवान कार्तिकेय की विभिन्न दिव्य विशेषताओं—जैसे कि Read More

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श्री एकदंत स्तोत्रम् (Shri Ekdant Stotra)

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Shri Ekdant Stotra (श्री एकदंत स्तोत्र) एक अत्यंत प्रभावशाली प्रार्थना है जो भगवान गणेश को समर्पित है। भगवान गणेश, जिन्हें एकदंत, विनायक, गणपति, गजानन, लंबोदर आदि कई नामों से जाना जाता है, समस्त विघ्नों के नाशक, बुद्धि और समृद्धि के दाता हैं। श्री एकदंत स्तोत्र का मूल वर्णन नारद पुराण में मिलता है और इसकी Read More

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श्री ऋणमोचन मंगल स्तोत्र (Shri Rinmochan Mangal Stotra)

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श्री ऋणमोचक मंगल स्तोत्र भगवान मंगल (भौम) की कृपा प्राप्त करने हेतु एक अत्यंत प्रभावशाली स्तुति है। मंगल ग्रह शक्ति, साहस, भूमि, पराक्रम, क्रोध और समृद्धि का कारक माना गया है। यदि किसी व्यक्ति पर ऋण का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा हो, आय के स्रोत रुक गए हों, या जीवन में आर्थिक समस्याएं बनी Read More

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श्री अंगरक स्तोत्र (Shri Angarak Stotra)

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Shri Angarak Stotra (श्री अंगारक स्तोत्र) स्कंद पुराण से लिया गया एक दिव्य स्तोत्र है, जो मंगल ग्रह की शांति और अनुकूलता के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। यह स्तोत्र संस्कृत भाषा में रचा गया है और इसके ऋषि विरूपांगिरस हैं, देवता अग्नि हैं तथा छंद गायत्री है। इसका नियमित पाठ विशेष रूप से Read More

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षोडशी हृदय स्तोत्र (Shodashi Hridaya Stotra)

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षोडशी हृदय स्तोत्र” एक अत्यंत रहस्यमय और प्रभावशाली स्तोत्र है, जो श्रीललिता त्रिपुरसुंदरी के परम दिव्य स्वरूप “षोडशी” की स्तुति में रचा गया है। इस स्तोत्र की रचना स्वयं भगवान शिव ने देवी पार्वती को बताई थी, जब उन्होंने कलियुग में धर्म-कर्म से विमुख हो चुके लोगों के उद्धार का उपाय पूछा। तब भगवान शिव Read More