Categories
Chalisa

 दक्षिणामूर्ती गायत्री मन्त्र (Dakshinamurti Gayatri Mantra)

हिंदी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.

भगवान दक्षिणामूर्ती भगवान शिव का एक अत्यंत आध्यात्मिक, ज्ञानपूर्ण और ध्यानमग्न रूप हैं। उन्हें आदिगुरु माना जाता है—जो मौन के माध्यम से ब्रह्मज्ञान प्रदान करते हैं। वे सनातन धर्म के प्रथम गुरु हैं, जिन्होंने चारों ऋषियों (सनक, सनंदन, सनातन, सनत्कुमार) को बिना बोले आत्मज्ञान दिया। इसलिए जो साधक आत्मबोध, विवेक, तत्त्वज्ञान, और आध्यात्मिक उन्नति की Read More