‘गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति.
नर्मदे सिन्धु कावेरि जल स्मिन्सन्निधिं कुरु..’
इस मंत्र का जाप सुबह स्नान करते समाये करना चाहिए इस मंत्र में सभी पवित्र नदियों का आवाहन किया जाता है और उनकी स्तुति की जाती है. इस मंत्र के जाप से सभी पवित्र नदी रूप शक्तियों का आशीर्वाद और कृपा प्राप्त होती है और भगवान का आशीर्वाद भी मिलता है.