महामृत्युंजय मंत्र को “महा मृत्युंजय” या “मृत्युंजय मंत्र” भी कहा जाता है। यह एक पवित्र मंत्र है जो हिन्दू धर्म के प्रमुख प्रामाणिक मन्त्रों में से एक है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और मृत्यु को विजयी बनाने और लंबी आयु तथा सामान्य स्वास्थ्य की प्राप्ति करने की क्षमता रखता है।
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra)
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंन्धिं पुष्टिवर्धनम्.
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र (Sampoorna Mahamrityunjaya Mantra )
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।
महामृत्यंजय मंत्र का हिंदी अनुवाद.
“हम त्रिनेत्र वाले (भगवान शिव) की पूजा करते हैं, जो सुगंधित हैं और सभी प्राणियों को पोषण करते हैं। पके हुए खीरे की तरह, मुझे बंधनों से मुक्त करें। मैं अमृत से अलग न हो जाऊं, और मृत्यु से मुक्ति प्राप्त करूँ।”
महामृत्यंजय मंत्र के फायदे
यह मंत्र अवरोधों को पार करने, मृत्यु के भय से निपटने, सुरक्षा और आध्यात्मिक उन्नति के लिए जपा जाता है। यह मृत्यु और आयुष्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए एक प्रभावशाली मंत्र माना जाता है।