
भारतीय इतिहास में अनेक योद्धा और राजा हुए, पर राजा परीक्षित जैसा धर्मनिष्ठ, न्यायप्रिय और तेजस्वी राजा विरला था। पांडवों का वंशज, अभिमन्यु जैसा वीर पिता और उत्तरा जैसी सौम्य माता—ऐसे कुल में जन्मे परीक्षित स्वयं धर्म का प्रतीक थे। लेकिन जब कलियुग की प्रथम छाया पृथ्वी पर गिरने लगी, तब उसने अवसर खोजकर इसी Read More





























