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चौंसठ योगिनियाँ — दिव्य शक्तियों का अद्भुत संसार (The 64 Yoginis — The Mystical Circle of Divine Energies)

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भारत की तांत्रिक परंपरा में “चौंसठ योगिनियाँ” (64 Yoginis) का नाम लेते ही रहस्य, शक्ति और अध्यात्म का संगम झलक उठता है। ये योगिनियाँ माँ आदिशक्ति के भिन्न-भिन्न स्वरूप हैं, जो ब्रह्मांड के पंच तत्वों — अग्नि, जल, वायु, आकाश और पृथ्वी — में व्याप्त हैं। इन्हें “शक्ति का वृत्त” कहा गया है, क्योंकि ये Read More

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समय के सेतु: काकभुशुण्डि — वह अमर ऋषि जो समय को पार करता है (Bridge of Time: Kakbhushundi — The Immortal Sage Who Transcends Time)

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“जब एक मनुष्य समय का बंधन तोड़ ले, तो वह स्वयं कथा बन जाता है — अविनाशी, अनुगूँज, अनंत।” काकभुशुण्डि — नाम ही एक रहस्य है। एक ऋषि, जो कौए के रूप में वर्णित है, लेकिन उसके भीतर छुपा है ऐसे रहस्य का भण्डार कि वह समय को पार करने की क्षमता रखता है। वह Read More

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राधा-कृष्ण: विवाह का रहस्य और उनका दिव्य प्रेम (Radha-Krishna: The Mystery of Their Marriage and Their Divine Love)

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भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी का नाम सुनते ही मन में भक्ति, प्रेम और आध्यात्मिक रस की अनुभूति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राधा-कृष्ण का विवाह हुआ था या नहीं, इस पर हिंदू धर्म में विद्वानों और कथावाचकों के बीच भिन्न मत हैं? पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, श्री राधा और कृष्ण का Read More

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भगवान गणेश के दो विवाह का रहस्य: रिद्धि और सिद्धि से जुड़ी अद्भुत कथा (The Mystery of Lord Ganesha’s Two Marriages: The Amazing Story of Riddhi and Siddhi)

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हिंदू धर्म में भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता, बुद्धि के देवता और सफलता के आरंभकर्ता के रूप में पूजा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश जी की दो पत्नियाँ हैं — रिद्धि और सिद्धि? इन दोनों के विवाह से जुड़ी दो अद्भुत और रहस्यमयी कथाएँ प्रचलित हैं, जो न केवल रोमांचक हैं Read More

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हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के समय शंख क्यों बजाया जाता है? (Why Conch is Blown During Puja in Hinduism)

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हिंदू धर्म में पूजा-पाठ, आरती या किसी धार्मिक आयोजन के आरंभ में शंख बजाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। जब भी मंदिरों में आरती शुरू होती है या किसी देवता की पूजा होती है, तो शंखनाद की गूंज वातावरण में फैल जाती है।लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर शंख Read More

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भगवान राम ने बाली को छिपकर क्यों मारा? (Why Lord Rama Killed Bali Secretly?)

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रामायण के अनेक प्रसंगों में बाली वध का प्रसंग सबसे अधिक चर्चित और विवादास्पद माना जाता है। बहुत से लोग यह प्रश्न करते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने बाली को छिपकर क्यों मारा? क्या यह धर्मसम्मत था? आइए जानते हैं इस घटना के पीछे की गहराई और इसके धार्मिक, नैतिक और आध्यात्मिक कारण— Read More

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गोमाता: धरती पर दिव्य मातृत्व का प्रतीक (Gomata — The Divine Symbol of Motherhood on Earth)

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भारतीय संस्कृति में यदि किसी जीव को “माता” कहा गया है, तो वह केवल गाय है। वह बोलती नहीं, पर देती सब कुछ है। वह मांगती नहीं, पर पालती सबको है।गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि संवेदना, त्याग और मातृत्व का जीवंत स्वरूप है। उसकी आँखों में करुणा है, उसके स्वभाव में शांति है, और Read More

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धनतेरस: समृद्धि, स्वास्थ्य और रोशनी का पहला दीप (Dhanteras: The First Lamp of Prosperity, Health, and Light)

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भारत त्योहारों की भूमि है — यहाँ हर पर्व अपने साथ एक नई आशा, एक नई ऊर्जा और एक पवित्र संदेश लेकर आता है। इन्हीं त्योहारों में से एक है धनतेरस, जो दीपावली के भव्य उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। यह दिन न केवल सोने-चांदी की चमक से जगमगाता है, बल्कि इसमें विश्वास, आस्था Read More

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परगट दिवस (वाल्मीकि जयंती): ज्ञान, भक्ति और आदर्श जीवन का प्रतीक (Pargat Diwas / Valmiki Jayanti: Symbol of Knowledge, Devotion and Ideal Life)

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भारत की संस्कृति में अनेक महापुरुषों ने समाज को दिशा दी है, लेकिन उनमें से एक नाम महर्षि वाल्मीकि का सबसे उज्जवल है। इन्हीं के प्रकट होने के दिन को हम “वाल्मीकि जयंती” या “परगट दिवस” के रूप में मनाते हैं।यह दिन केवल एक जन्मोत्सव नहीं है, बल्कि अंधकार से प्रकाश की यात्रा का प्रतीक Read More

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हिन्दू धर्म में 108 और 1008 का महत्व (Significance of 108 and 1008 in Hinduism)

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भारतीय संस्कृति रहस्यों से भरी हुई है। यहाँ हर प्रतीक, हर चिन्ह और हर संख्या का अपना आध्यात्मिक और ब्रह्मांडीय अर्थ छुपा होता है। इन्हीं में से 108 और 1008 दो ऐसी पावन संख्याएँ हैं जो बार-बार हमारे सामने आती हैं – चाहे वह मंदिरों में मंत्रजप हो, किसी संत या महात्मा के नाम के Read More